शिशु के वस्त्रों का चुनाव करते समय ध्यान रखने योग्य मुख्य बातें बताइए।

शिशु के वस्त्रों का चुनाव करते समय ध्यान रखने योग्य मुख्य बातें बताइए।

शिशु के कपड़ों के चुनाव के लिए मुख्य बातें (Key points for the selection of infant's clothing) 

शिशु के वस्त्रों का चुनाव करते समय ध्यान रखने योग्य मुख्य बातें बताइए।

(1) शिशु के कपड़े प्राथमिक रूप से आराम तथा आसान संभाल के आधार पर चुने जाने चाहिए। वे कपड़े जिन्हें इसी की आवश्कयता नहीं होती, शिशु को पहनाने में आसान होते हैं तथा इनके सतह सख्त या खुरदरी नहीं होती जिससे शिशु बेचैन हो, वे सब से उपयुक्त समझे जाते हैं। 


(2) शिशु के वस्र कोमल तथा लचीले होने चाहिए और कभी भी चिड़चिड़ाहट उत्पन्न करने वाले नहीं होने चाहिए।


(3) किसी भी प्रकार नमी के वाष्पीकरण के लिए वस्त्र हवादार होने चाहिए। यदि वस्त्र कम हवादार होंगे, नमी बच्चें की चमड़ी के सम्पर्क में रहकर खुजली उत्पन्न कर देगी।


(4) कपड़े साधारण तथा अच्छे बने होने चाहिए। मनोहरी झालरें (fancy trimings) को धुलाई में बहुत अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। तथा अक्सर बच्चे को चिड़चिड़ा बना देती है।


(5) बुनती वाले वस्त्र शरीर की गति के साथ खुलते हैं तथा बच्चे को पहनाने में आसान रहते हैं।


(6) आगे अथवा पीछे की तरफ से वस्त्र खुला रख कर कपड़े पहनाना सुगम हो जाता है।


(7) बाँधना अधिक आरामदायक रहता है गर्दन पर कसने के लिए डाले डोरियाँ ठीक नहीं रहते क्योंकि बच्चा डोरियों में उलझ सकता है।


(8) यदि बाँधने के लिए डोरियां अथवा बटन उपयोग में लाए गए हैं, तो इस बात का निरीक्षण कर लेना आवश्यक है कि वे भली-भाँति सिले हों।


(9) गर्दन पर खींचने वाली डोरियाँ नहीं होनी चाहिए।


शिशु के प्रमुख कपड़ें


(i) गाउन तथा लपेटने वाले कपड़ें (Gowns and Wrappers)


दो सोने के लिए उपयोग किए जाने वाले मुख्य वस्त्र हैं-गाउन (gown) तथा लपेटने वाला कपड़ा अथवा किमोनो (kimonono) गाउन लम्बे थैले होते हैं जो ऊपर की ओर बन्द होते हैं या नीचे लगी खीचने वाली डोरी (draw string) वाले होते हैं। जब इन्हें नीचे से बन्द किया जाता है तो इन्हें सोने वाले बैंग (sleeping bags) कहा जाता है।


लपेटने वाल कपड़ा अथवा किमोनों (wrapper or Kimono) पूरा नीचे तक खुलता है और आगे अथवा पीछे की ओर से रखा जा सकता है ताकि यदि शिशु पीठ के बल सोए तो इसे आगे से बांधा जा सके तथा यदि शिशु पेट के बल सोए, तो इसे पीछे की तरफ से बांधा जा सके। लपेटने वाले कपड़े गाँउन की तुलना में शीघ्र सूखने वाले होने हैं।


(ii) कमीजें (Shirts)


शिशुओं की बहुत-सी कमीजें कोमल सूती बुनती की होती हैं तथा बहुत से स्टाइल की होती हैं। डबल ब्रेस्ट की जो कि एक तरफ से बांधी जाती हैं अथवा 'पिन बैंक वाली' सिल्प ऑन (the slip on), बिना बाजू की तथा डायपर शर्ट (the diaper shirt)। डबल ब्रेस्ट की कमीज शीत ऋतु के लिए उत्तम है क्योंकि यह छाती तथा पेट को गर्म रखती है। इसके अतिरिक्त इसे पहनना तथा उतारना आसान है तथा सिलप ऑन (slip on shirts) कमीजों में बाँधने वाली डोरियां कष्टदायक नहीं होती लेकिन उन्हें शिशु के सिर पर से खींच कर उत्तराना पड़ता है इनकों आसानी से पहनने के लिए गले की रेखा (neck line) संयजन (adjust) होने वाली होनी चाहिए।


(iii) लंगोट (Diapers)


लंगोट विभिन्न प्रकार के वस्त्रों, आकृति तथा आकार के मिलते हैं। फलालैन के लंगोट (flannelette diapers) कोमल तथा गर्म होते हैं परन्तु ये भारी होते हैं तथा जल्दी सूखते नहीं है। सूती बुनती के लंगोट (diaper) ट्यूब आकार के होते हैं तथा पैंटी (panti) के समान फिट होते हैं।


उपयोग के बाद फेंके जाने वाले लंगोट जो कि पहले केवल यात्रा के समय पहने जाते थे कई शिशुओं के लिए नियमित रूप से पहने जाने वाले बन गए हैं। ये सेलुलॉस की बहुत-सी परतों के बने होते हैं। कुछ किस्मों में हाइड्रोफोबिक लाइनर (hydrophobic liner) होता है (जो कि शुष्क रहता है) जो कि शिशु की त्वचा (skin) से उसके साथ की तहों में नमी को खींच लेता है जिससे बच्चा शुष्क रहता है।


(iv) लंगोट आवरण (Diapers Cover)


ये प्लास्टिक, रबड़ अथवा दूसरे जल अवरोधक पदार्थ के बने हो सकते हैं। ये ढीले तथा कटाई वाले होने चाहिए ताकि वायु का संचार सुगमतापूर्वक हो सके और बच्चे को बेआराम करने वाली गर्मी उसकी जांघ (thighs) तथा नितंब (buttocks) को रैश (rash) से बचाया जा सके।


(v) ड्रेस (Dresses)


छोटा-सा शिशु अपने गाउन या लपेटने वाले कपड़े में ड्रेस की तुलना में अधिक आरामदायक और गर्म होगा जब तक कि माता की अपने शिशु का अधिक समय ड्रेस में रहने की इच्छुक नहीं होती, दो ड्रेस ही काफी होती हैं। ड्रेस पहनाने की सुगमता हो तथा बच्चे की वृद्धि को ध्यान में रखते हुए कपड़े खुले होने चाहिए।


(vi) स्लिप (Slips)


यदि बच्चा ड्रेस पहनता हो, उसे एक अथवा दो स्लिप की आवश्यता होती है। स्लिप कोमल सूती होने चाहिए। कन्धे के बटन ड्रेस पहनना सुगम बना देते हैं।


(vii) स्वेटर अथवा सेक तथा हुड (Sweaters or Sacques and hoods)


शिशु के अधिक गर्मी देने के लिए कम से कम एक अथवा दो स्वेटर अथवा सेक (sacques) और एक हुड(hood) अथवा टोपी की आवश्यकता होती है। नायलॉन, आरलॉन (orlon) अथवा ऊन शिशु के स्वेटर के लिए सर्वाधिक उपयुक्त हैं। ये गाँऊन अथवा लपेटने वाले कपड़े के ऊपरसे सुगमतापूर्वक आने वाले हों तथा शिशुक की वृद्धि के अनुसार हों। रेग्लॉन बाजू (raglon sleeves) ड्रेस पहनना सुगम बना देते हैं।


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