वस्त्र की ड्राफ्टिंग एवं कटिंग क्रिया - Drafting and cutting process of cloth

वस्त्र की ड्राफ्टिंग एवं कटिंग क्रिया - Drafting and cutting process of cloth

वस्त्रों को सिलाई के लिये कांटने से पूर्व व्यक्ति के नाप के अनुसार ब्राउन पेपर या अखबार पर वस्त्र का ड्राफ्ट बनाया जाता है। कागज पर बने ड्राफ्टिंग के अनुसार ही पैटर्न बनते है। पैटर्न की सहायता से कपड़े बड़ी सरलता से काटे जा सकते है । कपड़ों को काटने के पूर्व पैटर्न पर पेंसिल या मार्किंग जो निशान संकेत बनाये जाते है उसे ही डार्ट कहते हैं ।

वस्त्र की ड्राफ्टिंग एवं कटिंग क्रिया

ब्लाउज, फ्रॉक, लेडीज कुरता, शर्ट आदि में फिटिंग के संकेत बनाए जाते हैं। पैटर्न में डार्ट के काट दिया जाता है । वस्त्र पर डार्ट का निशान बनाते समय पेंसिल या मार्किंग ह्वील द्वारा परफोरेशन के संकेत बना लिए जाते हैं । वस्त्र पर डार्ट को काटा नहीं जाता है , जबकि पैटर्न पर यह भाग कटा तथा खुला हुआ होता है। 


कपड़े की आलेखन और काटने की प्रक्रिया में कई चरण शामिल होते हैं। सबसे पहले, कपड़े को एक बड़ी कटिंग टेबल पर बिछाया जाता है। फिर, एक पैटर्न, जो कपड़े का एक डिजाइन है, कपड़े के ऊपर बिछाया जाता है। पैटर्न आमतौर पर कागज या कार्डबोर्ड से बना होता है, और इसमें निशान होते हैं जो परिधान के विभिन्न टुकड़ों को दर्शाते हैं।


इसके बाद, इलेक्ट्रिक कटिंग मशीन का उपयोग करके कपड़े को काटा जाता है। कपड़े के अलग-अलग टुकड़ों को काटने के लिए कटर पैटर्न पर चिह्नों का अनुसरण करता है। इसके बाद कपड़े को पूर्ण रूप देने के लिए  टुकड़ों को एक साथ सिला जाता है।


काटने के बाद, कपड़े के टुकड़ों को आमतौर पर परिधान शैली, आकार और कपड़े के प्रकार जैसी जानकारी के साथ लेबल किया जाता है और फिर सिलाई विभाग को भेजा जाता है।


यह ध्यान देने योग्य है कि यह प्रक्रिया की एक बुनियादी व्याख्या है, कई अलग-अलग प्रकार के कपड़े और वस्त्र हैं और कपड़े और परिधान की आवश्यकताओं के अनुरूप प्रक्रिया को बदला जा सकता है।


वस्त्रों की कटिंग क्रिया ( Cloth Cutting )


कपड़े की कटिंग क्रिया का सिलाई कला में अत्यन्त महत्त्वपूर्ण स्थान है। कपड़ा काटे बिना वस्त्रों की सिलाई ही नहीं की जा सकती है । अन्य क्रिया की अपेक्षा कटिंग का कार्य अत्यधिक जिम्मेदारी वाला होता है। अतः वस्त्र क सही काटना कटिंग के समस्त कार्य नियमानुसार उचित रूप से करने पर ही निर्भ करता है। अभिन्यास द्वारा वस्त्र तभी काटा जा सकता है जबकि वस्त्र काटने क बहुत ही अभ्यास हो।


यदि वस्त्र की कटिंग जरा सी भी असावधानी और शीघ्रा से की गई तो पूरा वस्त्र ही खराब होने की सम्भावना रहती है । कटिंग के सम प्रयोग होने वाले आवश्यक उपकरणों की व्यवस्था पहले ही कर लेनी जरूरी ताकि कटिंग का कार्य विधिवत् एवं सुन्दर ढंग से किया जा सके। वस्त्र है रेखाचित्र या ड्राफ्ट के आकार तथा शे का सही होना नितान्त आवश्यक है । त वस्त्र की कटिंग सही हो सकेगी तथा तभी उस वस्त्र की फिटिंग भी सही होगी।


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