वैदिक शिक्षा में ब्रह्मचारी के कर्तव्य - Duties of Brahmachari in Vedic Education.

वैदिक शिक्षा में ' ब्रह्मचारी के कर्तव्य - Duties of Brahmachari in Vedic Education.

ब्रह्मचारी का अर्थ है ब्रह्म ( महान ) की ओर चलने वाला ब्रह्मचारी जीवन का प्रारम्भ यज्ञोपवीत संस्कार से होता है । ब्रह्मचारी शिक्षा प्राप्ति हेतु गुरुकुल में रहता था और गुरु से शिक्षा प्राप्त करता था । मनुस्मृति के अनुसार ब्रह्मचारी को यज्ञोपवीत , मेखला अर्जिन तथा दण्ड धारण करना चाहिए । भिक्षा माँग कर भोजन करना चाहिए । उसे चाहिए कि वह अधिक भोजन न करे और कई बार भोजन न करे तथा काम, क्रोध, मद, मोह , लोभ से दूर रहे ।


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