सामाजिक मानवशास्त्र क्या है ? ( Social Anthropology ) सामाजिक मानवशास्त्र की परिभाषा दीजिये।
सामाजिक मानवशास्त्र, मानवशास्त्र की वह महत्त्वपूर्ण शाखा है जो मुख्यतः आदिम मानव के सामाजिक संगठन , सामाजिक संस्थाओं, विभिन्न अवस्थाओं तथा सामाजिक सम्बन्धों के स्वरूपों का अध्ययन करती है। वास्तविकता यह है कि सामूहिक जीवन के विकास के साथ ही मानव ने अपनी जैविकीय, सामाजिक, सांस्कृतिक तथा आर्थिक आवश्यकताओं का पूरा करने के लिए न केवल एक सरल संगठन का निर्माण किया बल्कि अनेक ऐसे संस्थागत नियम भी बनाए जिनके द्वारा वह अपने व्यक्तिगत तथा सामूहिक जीवन को व्यवस्थित बना सकता था ।
इन्हीं प्रयत्नों के फलस्वरूप , ज्ञान , विश्वास , नैतिकता , कानून , धर्म , जादू तथा संस्थागत आदर्श - नियम जैसी बहुत - सी विशेषताएँ विकसित हुई । सामाजिक मानवशास्त्र आदिम समुदायों के सन्दर्भ में इन्हीं विशेषताओं का अध्ययन करने वाला सामाजिक विज्ञान है ।
सामाजिक मानवशास्त्र की परिभाषा ( Definition of Anthropology )
सामाजिक मानवशास्त्र समाज की विभिन्न प्रक्रियाओं का अध्ययन है । विभिन्न विचारकों ने विभन्न रूप से इसकी परिभाषा की है । निम्नलिखित परिभाषाएँ प्रमुख हैं-
( 1 ) चार्ल्स विनिक के अनुसार - “ सामाजिक मानवशास्त्र सामाजिक व्यवहार का अध्ययन है । यह विशेष रूप से सामाजिक संगठन तथा संस्थाओं का तुलनात्मक दृष्टि से अध्ययन करता है "
( 2 ) इवास प्रिचार्ड के अनुसार - " सामाजिक मानवशास्त्र को समाजशास्त्रीय अध्ययनों की वह शाखा माना जा सकता है जिसमें मुख्यतः आदिम समाजों का अध्ययन किया जाता है । "
( 3 ) रैडक्लिफ ब्राउन के अनुसार - “ सामाजिक मानवशास्त्र की वह शाखा जो आदिम समाजों का अध्ययन करती हैं । "
( 4 ) इनसाइक्लोपीडिया ब्रिटानिका- " सामाजिक मानवशास्त्र एक सामाजिक विज्ञान है, जो मानव-समाजों के तुलनात्मक अध्ययन व्यस्त है । "
( 5 ) फर्थ के अनुसार- “ सामाजिक मानवशास्त्र के वर्णन करने का विस्तृत ढंग यह बतलाता है कि यह मनुष्य की सामाजिक प्रक्रिया का तुलनात्मक अध्ययन करता है । "
( 6 ) टी ० के ० पैनीमैन- " सांस्कृतिक मानवशास्त्र के उस भाग को जो सामाजिक घटनाओं का अध्ययन करता है , सामाजिक मानवशास्त्र कहते हैं । "
उपरोक्त सभी परिभाषाओं से यह स्पष्ट होता है कि सामाजिक मानवशास्त्र, विभिन्न समाजों की संस्कृति, विकास तथा सामाजिक संरचना आदि का तुलनात्मक अध्ययन करता है । प्राचीन तथा अर्वाचीन दोनों प्रकार की सामाजिक संस्थाओं का अध्ययन इसके अन्तर्गत सम्मिलित है । इसके अतिरिक्त, मानव - समाज के राजनीतिक, आर्थिक, सामाजिक इत्यादि सभी प्रकार के संगठन इसके अध्ययन - क्षेत्र में शामिल हैं ।
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