सामाजिक नियंत्रण में जनमत की भूमिका - Questionpurs

सामाजिक नियंत्रण में जनमत की भूमिका | Role of Public Opinion in Social Control

सामाजिक नियंत्रण की स्थापना में जनमत एक महत्त्वपूर्ण प्रभावशाली साधन है। यह मानव के व्यवहार को प्रभावित करके सामाजिक नियंत्रण की स्थापन में सहयोग करता है। जिन्सबर्ग ( Ginsberg ) कहना है " जनता की स्वीकृति और अस्वीकृति एक बहुत बड़ी तागत है । यद्यपि यह हमेशा विवेकपूर्ण नहीं होता, लेकिन फिर भी जिन लोगों का समाज पर अधिक प्रभाव है उनके विचारों पर इसका नियंत्रण रहता है ।


अर्थात् जनमत का महत्त्व किसी नयी बात को पैदा करने में नहीं , अपितु उसके नियंत्रण में है । जनमत का उद्देश्य व्यक्ति के विपथगामी व्यवहार को रोककर समाज में संगठन रखना है। सामाजिक नियंत्रण में जनमत के महत्त्व की विवेचना संक्षेप में निम्नवत् की जा सकती है- 


( 1 ) प्राथमिक समाजों में जनमत द्वारा सामाजिक नियंत्रण

प्राथमिक समाजों में सामाजिक नियंत्रण की स्थापना में जनमत की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। इन समाजों में जनमत ही सब कुछ है , वही प्रजा और वहीं राजा । यहाँ जनमत का महत्त्व कानून से भी अधिक होता है। प्राथमिक समाजों का उदाहरण गाँव है । 


( 2 ) द्वैतीयक समाजों में जनमत द्वारा सामाजिक नियंत्रण

द्वैतीयक समाज में भी जनमत सामाजिक नियंत्रण में सहयोग करता है । इन समाजों में जनमत नियंत्रण के साधनों जैसे कानून एवं दण्ड आदि को प्रभावशाली बनाता है ।


( 3 ) सरकार पर नियंत्रण एवं जनमत

लोकतांत्रिक समाजों में जनमत का सरकार पर प्रत्यक्ष नियंत्रण रहता है । जनमत द्वारा सरकार की नीतियों का विरोध किया जाता है । 


( 4 ) कानून एवं जनमत

जनमत कानून निर्माण की प्रक्रिया एवं कानून को रद्द कराने में भी महत्त्वपूर्ण कार्य करता है । जनमत के प्रभाव के कारण अनेक ऐसी कानूनों को रद्द किया गया हो भ्रष्टाचार , अकर्मण्यता एवं विलासिता को प्रोत्साहन देते थे । जनमत की इस भूमिका से सामाजिक नियंत्रण की स्थापना में सहयोग मिलता है । 


( 5 ) शैक्षणिक महत्त्व

जनमत का शैक्षणिक दृष्टि से भी विशेष महत्त्व है। जनमत के द्वारा जनता को वाद - विवाद करने, तक्क करने एवं सामूहिक निर्णयों में भाग लेने का अवसर मिलता है। परिणामतः जनता में इस शैक्षणिक प्रक्रिया द्वारा आत्म - विश्वास जागृत होता है। जनता अपनी समस्याओं का स्वतः समाधान खोजने लगती है। जनमत का यह कार्य सामाजिक नियंत्रण में सहयोगी सिद्ध होता है ।


जनमत व्यक्तियों के व्यवहारों को नियंत्रित करके उनको सामाजिक व्यवस्था के अनुरूप बनाता है। जनमत सभी नागरिकों में समानता की चेतना विकसित करता है, जिससे समूह के प्रति निष्ठा उत्पन्न होती है, परिणामतः सामाजिक नियंत्रण को बल मिलता है।


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