एकल परिवार और विस्तारित परिवार में अन्तर - Nuclear family and Extended family

एकल परिवार और विस्तारित परिवार में अन्तर स्पष्ट कीजिए ।

एकल या केन्द्रीय या एकाकी परिवार ( Nuclear Family )

इस प्रकार परिवार में केवल पत्नी - पति और अविवाहित बचे ही होते हैं । परिवार के इस स्वरूप में सदस्यों की संख्या बहुत ही कम होती है । आधुनिक युग में विशेष रूप में अमेरिका एवं योरोप में इस प्रकार के परिवारों का प्रसार बड़ी ही तेजी के साथ हो रहा है । हमारे देश में भी नगरीकरण , औद्योगीकरण एवं पाश्चात्य संस्कृति के प्रभाव के कारण मूल एवं केन्द्रीय परिवार का विस्तार हो रहा है । परिवार का यह स्वरूप भारत की ' हो ' ( Ho ) जनजाति में पाया जाता है ।


विस्तारित परिवार

विस्तारित परिवार एकल परिवार की अपेक्षा बड़ा परिवार बड़ा होता है । इस प्रकार के परिवार विभिन्न जनजातियों एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पाये जाते हैं । इस प्रकार के परिवारों में एक पीढ़ियों के सदस्य एक साथ रहते हैं । इसे संयुक्त परिवार भी कहते हैं ।


“ समाजशास्त्री जौली ( Jolly ) ने संयुक्त परिवारों को परिभाषित करते हुए कहा है " न केवल माता - पिता तथा सन्तान , भाई तथा सौतेले भाई , सामान्य सम्पत्ति पर रहते हैं, बल्कि कभी कभी इनमें कई पीढ़ियों तक की सन्तान , पूर्वज तथा समानान्तर सम्बन्धी भी सम्मिलित रहते हैं । "


एकल परिवार एवं विस्तारित परिवार में अन्तर ( तुलना ) एकल परिवार एवं संयुक्त परिवार के अन्तर को संक्षेप में निम्न प्रकार से स्पष्ट किया जा सकता है । 

एकल परिवार और विस्तारित परिवार में अन्तर

एकल केन्द्रीय परिवार

1. परिवार का आकार छोटा होता है ।

2. परिवार का इतिहास नया है ।

3. परिवार के विकास का कारण औद्योगीकरण एवं नगरीकरण है ।

4. एकल परिवार नगरीय क्षेत्रों में पाये जाते हैं ।

5. एकल परिवार में पति और पत्नी की स्थिति समान होती है ।

6. एकल परिवार में पारिवारिक नियन्त्रण का रूप कठोर नहीं होता ।


विस्तारित परिवार

1. विस्तारित परिवार का आकार बड़ा होता है ।

2. विस्तारित परिवार का इतिहास अत्यन्त ही पुराना है ।

3. विस्तारित परिवारों के विकास का कारण कृषि व्यवस्था है ।

4. विस्तारित परिवार ग्रामीण क्षेत्रों में पाये जाते हैं ।

5. विस्तारित परिवारों में नारी की स्थिति पुरुषों की अपेक्षा निम्न होती है ।

6. विस्तारित परिवारों में पारिवारिक नियन्त्रण कठोर होता है और कर्त्ता ( मुखिया ) की आज्ञा का पालन सभी को करना पड़ता है ।

7. विस्तारित परिवारों में निर्णय लेने का अधिकार परिवार के मुखिया का होता है ।

8. विस्तारित परिवारों में विवाह - विच्छेद की सम्भावनाएँ कम होती हैं ।

9. आधुनिक युग में विस्तारित परिवारों का लोप हो रहा है ।

10. एकाकी परिवार की अपेक्षा इस परिवार के कार्य अधिक होते हैं ।


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