संस्कृति क्षेत्र पर चर्चा करें - Discuss the field of Culture.

संस्कृति के क्षेत्र ( Field of Culture )

संस्कृति क्षेत्र ( Culture Area ) प्रत्येक संस्कृति का भौगोलिक पक्ष भी होता है जिसके सम्बन्ध में कुछ विवेचना कर लेना आवश्यक है । अगर हम एक महाद्वीप के एक कोने से दूसरे कोने तक यात्रा करें तो हम यह पाएँगे कि दो अलग - अलग भौगोलिक क्षेत्रों के सांस्कृतिक तत्वों और संस्कृति - संकुलों में कुछ न - कुछ अन्तर अवश्य ही है ।


दो आस-पास के क्षेत्रों की अपेक्षा यदि हम दूर - दूर के क्षेत्रों की तुलनात्मक अध्ययन करें तो यह भिन्नता या अन्तर और भी स्पष्ट हो जाएगा कि दो क्षेत्रों के सांस्कृतिक तत्व पृथक-पृथक् हैं । इसी को दूसरे शब्दों में इस प्रकार कहा जा सकता है कि सांस्कृतिक तत्वों या संकुलों का फैलाव एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में ही विशेष रूप से पाए जाते हैं, सांस्कृतिक क्षेत्र, जिसमें कि संस्कृति के एक- से- तत्व या संकुल विशेष रूप से पाए जाते हैं, सांस्कृतिक क्षेत्र कहलाता है ।


हर्षकॉविट्स के शब्दों में , " उस क्षेत्र को जिसमें कि एक - सी संस्कृतियाँ पाई जाती हैं , एक सांस्कृतिक क्षेत्र कहा जाता है । " उपरोक्त परिभाषाओं से स्पष्ट है कि संस्कृति या उसके तत्वों का फैलाव एक भौगोलिक क्षेत्र में विशेष रूप से होता है । संस्कृति को चूँकि सीखा जाता है इस कारण कोई भी व्यक्ति किसी भी संस्कृति को सीख सकता है ।


परन्तु अपने पास - पड़ोस वाली संस्कृति को सीखना जितना सरल है उतनी सरलता से दूर की संस्कृतियों को नहीं सीखा जा सकता है । इस कारण संस्कृति तत्वों में गतिशीलता का गुण होते हुए भी एक निश्चित भाग में ही विशेष रूप से पाए जाते हैं । ऐसा भी हो सकता है कि एक ही सांस्कृतिक तत्व विन क्षेत्रों में समान या एक-से हों, फिर भी सम्पूर्ण सांस्कृतिक व्यवस्था या संस्कृति-संकुल में उनका स्थान और विशेषता भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में अलग-अलग होती है ।


क्लार्क विसलर का कथन है कि सांस्कृतिक तत्व और संकुल , विशेषकर अगर वे अभौतिकत हैं , दूसरे संस्कृति के तत्वों और संकुलों के साथ मिश्रित हुए बिना अधिक दूर तक फैल नहीं सकते । इसका प्रभाव यह होता है कि ये सांस्कृतिक तत्व और संकुल अपने मूल रूप में केवल एक सीमित क्षेत्र में ही पाए जाते हैं ।


श्री विसलर के मतानुसार प्रत्येक सांस्कृतिक क्षेत्र का , जिसमें कि कुछ संस्कृति संकुल पाए जाते हैं, एक केन्द्रीय भाग या ' केन्द्र स्थान ' ढूंढ़ा जा सकता है जहाँ कि सांस्कृतिक तत्व अन्य क्षेत्रों में फैलते हैं और वहाँ के सांस्कृतिक तत्वों में मिश्रित होते रहते हैं, दूसरे शब्दों में विसलर का यह विश्वास है कि एक सांस्कृतिक क्षेत्र में एक ऐसा भी स्थान होता है जहाँ के सांस्कृतिक क्षेत्र में एक ऐसा भी स्थान होता है जहाँ कि कुछ सांस्कृतिक तत्व अपने विशिष्ट रूप में पाए जाते हैं और वे सांस्कृतिक तत्व उस रूप में और कहीं नहीं मिलते; अगर मिलते भी हैं तो मिश्रित रूप में विसलर का यह भी कहना है कि अधिक दूरी, पर्वत , सागर व महासागर, घने जंगल या विस्तृत रेगिस्तान सांस्कृतिक तत्वों के फैलने में प्रमुख बाधा है ।


आधुनिक युग में यातायात और संचार के साधनों में उत्तरोत्तर प्रगति होने के कारण सांस्कृतिक आदान - प्रदान के अवसर तथा साधन दिन - प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं जिनके कारण सांस्कृतिक क्षेत्र की सीमा रेखाएँ और भी अनिश्चित होती जा रही है।


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