उपसम्पदा संस्कार । Upsampada Sanskar in hindi
उपसम्पदा संस्कार: शिक्षा समाप्त करने के बाद शिक्षार्थी का उपसम्पदा संस्कार किया जाता था । यह संस्कार 12 से 20 वर्ष की आयु में सम्पन्न किया जाता था । उपसम्पदा के उपरान्त शिक्षार्थी भिक्षु के रूप में संघ में रहने का अधिकारी माना जाता था ।
शिक्षा प्राप्ति के पश्चात् शिक्षार्थी अपने गुरु के साथ श्रेष्ठ भिक्षुओं के सामने उपस्थित होता था भिक्षुगण उस शिक्षार्थी से प्रश्न पूछते थे । परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर ही शिक्षार्थी का उपसम्पदा संस्कार किया जाता था । इसके पश्चात् शिक्षार्थी को श्रमण मान लिया जाता था ।
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