श्रीमती नाथीबाई दामोदर ठाकरसी महिला विद्यापीठ - Questionpurs

श्रीमती नाथीबाई दामोदर ठाकरसी महिला विद्यापीठ

श्रीमती नाथीबाई दामोदर ठाकरसी महिला विद्यापीठ (SHREEMATI NATHIBAI DAMODAR THACKERSEY WOMEN'S UNIVERSITY - SNDT) SNDT विश्वविद्यालय दक्षिण पूर्व एशिया व भारत में स्थित पहला महिला विश्वविद्यालय है।


इसकी स्थापना डॉ. Dhondo Keshav Karve द्वारा सन् 1916 में महिला शिक्षा के विकास के पुनीत उद्देश्य को लेकर हुई थी। 1921 में इस विश्वविद्यालय से पहली पाँच महिलाओं ने स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की थी। विश्वविद्यालय का मुख्य परिसर चर्च गेट कैम्पस मुम्बई में है और इस विश्वविद्यालय के दूसरे दो कैम्पस जुहू, मुम्बई व कर्वे रोड पुणे में हैं।

श्रीमती नाथीबाई दामोदर ठाकरसी महिला विद्यापीठ

आज हम इस विश्वविद्यालय को विश्वविख्यात विश्वविद्यालय के रूप में देखते हैं जो बदलती सामाजिक महिलाओं की वास्तविकताओं के प्रति निरन्तर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए विकास व ज्ञान के प्रसार की ओर अग्रसर है। इस तरह के समर्पण का मुख्य उद्देश्य एक समावेशी समाज का निमांण करना है जो सम्मान, समानता, सामाजिक न्याय व सभी के लिए मानवाधिकारों के विकास व संरक्षण हेतु प्रयासरत है तथा इसका विशेष ध्यान महिलाओं के सशक्तीकरण की तरफ है।


श्रीमती नाथीबाई दामोदर ठाकरसी महिला विद्यापीठ विभिन्न सार्थक औपचारिक व अनौपचारिक शिक्षा कार्यक्रमों द्वारा, शिक्षा के विशेषतः उच्च शिक्षा तक पहुँच के द्वारा महिलाओं के सशक्तीकरण हेतु प्रतिबद्ध है। इसके साथ ही यह विश्वविद्यालय बदलती सामाजिक, आर्थिक आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए महिलाओं हेतु व्यावसायिक व तकनीकी कोर्सों को प्रदान करने हेतु भी कटिबद्ध है।


परन्तु इसके साथ ही साथ वह मानव मूल्यों व उद्देश्यपूर्ण सामाजिक उत्तरदायित्वों को निभाते हुए 'प्रत्येक कार्य में श्रेष्ठता प्राप्त करने हेतु' (Quality in Every Activity) भी कृतसंकल्प है। इसका उद्देश्य है 'एक शिक्षित महिला अपरिमित शक्ति का स्रोत है। (An enlightened women is a sourced infinite strength).


इस विश्वविद्यालय की संकल्पना भारतरत्न Dr. D. K. Karve ने की है, जिसकी झलक हमें इस विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित लक्ष्य से भी मिलती है। Sanskarita Stree Parashakti (An Enlightened woman is a source of infinite strength) "एक संस्कारित (शिक्षित) महिला अपरिमित शक्ति का स्रोत है।" यही कारण है कि पिछली नौ दशाब्दियों (90 वर्ष) से भी अधिक समय से यह विश्वविद्यालय निरन्तर अपने प्रदर्शन व अथक् प्रयासों से उन्नति के शिखर पर है।


इस विश्वविद्यालय के निर्धारित लक्ष्य (Determined Goals of this University)


1. औपचारिक व अनौपचारिक शिक्षा प्रणाली द्वारा, जिसमें प्रौढ़ शिक्षा व सतत् शिक्षा भी शामिल है, उच्च शिक्षा हेतु महिलाओं की पहुँच को आसान बनाना।


2. सामाजिक व आर्थिक आवश्यकताओं के अनुरूप महिलाओं हेतु व्यावसायिक व विशेष शिक्षा कोर्सों की एक विस्तृत श्रृंखला तैयार करना।


3. महिलाओं के विशेष सन्दर्भ में शिक्षा के उभरते हुए क्षेत्रों में शोध व छात्रवृत्ति के अवसर प्रदान करना।


4. महिलाओं में सकारात्मक आत्म-सम्प्रत्यय व महिलाओं के सुरक्षा अधिकारों के प्रति जागरूकता का विकास करना व समाज के प्रति एक तार्किक दृष्टिकोण विकसित करना।


5. आनुररीय (Outreach) कार्यक्रमों द्वारा मानव मूल्यों के विकास व सामाजिक उत्तरदायित्वों के निर्वहन हेतु उद्देश्यपूर्ण शिक्षा का विस्तार करना।


6. शैक्षिक अनुशासनों, शोध व प्रसार की गतिविधियों में 'हर गतिविधि में गुणवत्ता' (Quality in Every Activity) द्वारा श्रेष्ठता प्रदान करना।


निष्कर्षतः यह विश्वविद्यालय भारत में महिला शिखा के गुणवत्तापूर्ण प्रचार व प्रसार में निरन्तर प्रयासरत रहते हुए महिलाओं को शिक्षा के पर्याप्त अवसर प्रदान कर रहा है।


इन्हे भी पढ़ना ना भूलें -

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top