B.Ed. Knowledge and Curriculum
B.Ed. Knowledge and Curriculum MCQ Question Answer Practice Set- 1 : आज के समय में B.Ed. एक बहुत ही महत्वपूर्ण कोर्स है। इस कोर्स को करने के बाद आप एक शिक्षक बन सकते हैं। इस कोर्स में स्टूडेंट्स को टीचर बनने के लिए तैयार किया जाता है जिससे आप स्कूल, कॉलेज में विद्यार्थियों को शिक्षा दे सकते हैं। अगर वाकई में आप एक शिक्षक बनना चाहते हैं और आपको पढ़ने के साथ साथ पढ़ाना काफी अच्छा लगता है, और आगे चलकर आप टीचिंग लाइन में अपना कैरियर बनाना चाहते हैं तो आपको B.Ed की परीक्षा को पास करना अत्यंत आवश्यक है।इसलिए हमने Knowledge and Curriculum के इस प्रैक्टिस सेट में आपको UP B.Ed. Paper 2 ( Knowledge and Curriculum ) के 40 महत्वपूर्ण MCQ वस्तुनिष्ठ प्रश्न दिया गया है, जो आपको, आपके इस वर्ष की B.Ed. परीक्षा में उच्चतम अंक हासिल करने में आपकी मदद करेंगे।mcq questions on Knowledge and Curriculum on B.Ed. 1st Semester, इस प्रैक्टिस सेट में आपको 40 प्रश्न दिए गए है
प्रश्न. शिक्षा को वैयक्तिकता के पूर्ण विकास की प्रक्रिया के रूप में स्वीकार करते हैं -
प्रश्न. शिक्षा का शाब्दिक अर्थ है -
प्रश्न. शिक्षा के शाब्दिक अर्थ नहीं है
प्रश्न. “ मनुष्य की अन्तर्निहित पूर्णता को अभिव्यक्त करना ही शिक्षा है । " कथन है
प्रश्न. " शिक्षा से मेरा अभिप्राय बालक और मनुष्य के शरीर , मन तथा आत्मा के सर्वांगीण एवं सर्वोत्कृष्ट विकास से है । " कथन है
प्रश्न. " शिक्षा व्यक्ति की उन सब योग्यताओं का विकास है जो उसमें अपने पर्यावरण पर नियन्त्रण रखने वाली अपनी सम्भावनाओं को पूर्ण करने की सामर्थ्य प्रदान करें । " कथन है
प्रश्न. " शिक्षा का कार्य मनुष्य के शरीर और आत्मा को वह पूर्णता प्रदान करना है जिसके कि वे योग्य है । " कथन है
प्रश्न. " व्यापक दृष्टि से शिक्षा जीवन - पर्यन्त चलने वाली प्रक्रिया है और जीवन प्रत्येक अनुभव के द्वारा इसका विकास होता है । " कथन है
प्रश्न. " शिक्षा एक द्विमुखी प्रक्रिया है जिसमें एक व्यक्तित्व दूसरे व्यक्तित्व को प्रभावित करता है , जिससे उसके व्यवहार में परिवर्तन हो सके । " कथन है
प्रश्न. जॉन डीवी ने शिक्षा प्रक्रिया के कितने आधारभूत स्तम्भ बताए हैं ?
प्रश्न. " शिक्षा एक प्रक्रिया है , जिसके द्वारा बालक की अन्तःशक्तियों को बाहर लाया जाता है । " कथन है
प्रश्न. शिक्षा की प्रकृति है -
प्रश्न. " पदार्थों के यथार्थ स्वरूप का ज्ञान ही दर्शन है । " कथन है
प्रश्न. " दर्शन ऐसा विज्ञान है जो परम तत्व के यथार्थ स्वरूप की जाँच करता है " कथन है
प्रश्न. " दर्शन विज्ञानों का विज्ञान है । " कथन है
प्रश्न. " यथार्थता के स्वरूप का तार्किक विवेचन ही दर्शन है । " कथन है -
प्रश्न. दर्शन के अध्ययन क्षेत्र में शामिल है -
प्रश्न. शिक्षा दर्शन , शिक्षा की समस्याओं के अध्ययन में दर्शन का प्रयोग है । " कथन है
प्रश्न. शिक्षा दर्शन की आवश्यकता के कारण है -
प्रश्न. शिक्षा दर्शन का क्षेत्र है-
प्रश्न. शिक्षा दर्शन के प्रमुख कार्यों में शामिल है -
प्रश्न. शिक्षा दर्शन की उपयोगिता एवं महत्व है-
प्रश्न. शिक्षा दर्शन की प्रकृति एवं विशेषताएँ हैं-
प्रश्न. " शिक्षा दर्शन , शिक्षा की समस्याओं के अध्ययन में दर्शन का प्रयोग है । " कथन है-
इस प्रश्न का सही उत्तर क्या होगा कमेंट करके जरूर बताये।
Practice Set- 1
प्रश्न. शिक्षा की व्याख्या जन्मजात शक्तियों को व्यक्त करने की प्रक्रिया के रूप में करते हैं-- सुकरात
- फ्रोबेल
- महात्मा गांधी
- उपर्युक्त सभी
प्रश्न. शिक्षा को वैयक्तिकता के पूर्ण विकास की प्रक्रिया के रूप में स्वीकार करते हैं -
- नन एवं पेस्टालॉजी
- रवीन्द्र नाथ टैगोर
- काण्ट
- उपर्युक्त सभी
प्रश्न. शिक्षा का शाब्दिक अर्थ है -
- नियंत्रित करना
- विकसित करना
- पालन पोषण करना
- उपर्युक्त सभी
प्रश्न. शिक्षा के शाब्दिक अर्थ नहीं है
- सीखना
- बाहर निकालना
- सिखाना
- इनमें से कोई नहीं
प्रश्न. “ मनुष्य की अन्तर्निहित पूर्णता को अभिव्यक्त करना ही शिक्षा है । " कथन है
- महात्मा गांधी का
- स्वामी विवेकानन्द का
- रवीन्द्र नाथ टैगोर का
- इनमें से कोई नहीं
प्रश्न. " शिक्षा से मेरा अभिप्राय बालक और मनुष्य के शरीर , मन तथा आत्मा के सर्वांगीण एवं सर्वोत्कृष्ट विकास से है । " कथन है
- स्वामी विवेकानन्द का
- रवीन्द्रनाथ टैगोर का
- महात्मा गाँधी का
- अरस्तू का
प्रश्न. " शिक्षा व्यक्ति की उन सब योग्यताओं का विकास है जो उसमें अपने पर्यावरण पर नियन्त्रण रखने वाली अपनी सम्भावनाओं को पूर्ण करने की सामर्थ्य प्रदान करें । " कथन है
- हार्न का
- अरस्तू का
- जॉन डीवी का
- प्लेटो का
प्रश्न. " शिक्षा का कार्य मनुष्य के शरीर और आत्मा को वह पूर्णता प्रदान करना है जिसके कि वे योग्य है । " कथन है
- प्लेटों का
- जॉन डीवी का
- अरस्तू का
- हॉर्न का
प्रश्न. " व्यापक दृष्टि से शिक्षा जीवन - पर्यन्त चलने वाली प्रक्रिया है और जीवन प्रत्येक अनुभव के द्वारा इसका विकास होता है । " कथन है
- जे.एस. मैकेन्जी का
- जी.एच. थॉमसन का
- प्रो. डम्बिल का
- अरस्तू का
प्रश्न. " शिक्षा एक द्विमुखी प्रक्रिया है जिसमें एक व्यक्तित्व दूसरे व्यक्तित्व को प्रभावित करता है , जिससे उसके व्यवहार में परिवर्तन हो सके । " कथन है
- जॉन एडम्स का
- टी. रेमॉण्ट का
- प्रो. डम्बिन का
- जे.एस. मैकेन्जी का
प्रश्न. जॉन डीवी ने शिक्षा प्रक्रिया के कितने आधारभूत स्तम्भ बताए हैं ?
- तीन
- दो
- चार
- पाँच
प्रश्न. " शिक्षा एक प्रक्रिया है , जिसके द्वारा बालक की अन्तःशक्तियों को बाहर लाया जाता है । " कथन है
- सुकरात का
- प्लेटो का
- फ्रोबेल का
- पेस्टोलॉजी का
प्रश्न. शिक्षा की प्रकृति है -
- शिक्षा एक प्रकार की सामाजिक प्रक्रिया है
- शिक्षा समाज में चलने वाली एक निरन्तर प्रक्रिया है
- यह एक उद्देश्यपूर्ण प्रक्रिया है ।
- उपर्युक्त सभी
प्रश्न. " पदार्थों के यथार्थ स्वरूप का ज्ञान ही दर्शन है । " कथन है
- प्लेटो का
- अरस्तू का
- काम्टे का
- महात्मा गाँधी का
प्रश्न. " दर्शन ऐसा विज्ञान है जो परम तत्व के यथार्थ स्वरूप की जाँच करता है " कथन है
- प्लेटो का
- डॉ. राधाकृष्णन् का
- अरस्तू का
- काम्टे का
प्रश्न. " दर्शन विज्ञानों का विज्ञान है । " कथन है
- प्लेटों का
- काटे का
- महात्मा गाँधी का
- डॉ. राधाकृष्णन का
प्रश्न. " यथार्थता के स्वरूप का तार्किक विवेचन ही दर्शन है । " कथन है -
- महात्मा गाँधी का
- प्लेटो का
- डॉ. राधाकृष्णन का
- अरस्तू का
प्रश्न. दर्शन के अध्ययन क्षेत्र में शामिल है -
- तत्व मीमांसा
- ज्ञान मीमांसा
- मूल्य मीमांसा
- उपर्युक्त सभी
प्रश्न. शिक्षा दर्शन , शिक्षा की समस्याओं के अध्ययन में दर्शन का प्रयोग है । " कथन है
- हैण्डरसन का
- टी.ई. शील्झन
- जॉन डीवी का
- इनमें से कोई नहीं
प्रश्न. शिक्षा दर्शन की आवश्यकता के कारण है -
- दर्शन शिक्षा को आधार प्रदान करता है
- शिक्षा दर्शन का क्षेत्र अत्यन्त आवश्यक है
- प्रत्येक शिक्षक का अपना एक दार्शनिक दृष्टिकोण होता है
- उपर्युक्त सभी
प्रश्न. शिक्षा दर्शन का क्षेत्र है-
- शिक्षा के क्या उद्देश्य हो ?
- शिक्षा के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए किस प्रकार का पाठ्यक्रम बनाया जाये ?
- इनमें में से कोई नहीं
- उपर्युक्त सभी
प्रश्न. शिक्षा दर्शन के प्रमुख कार्यों में शामिल है -
- छात्रों को शिक्षा के उद्देश्यों के प्रति उन्मुख करें
- बालक के व्यक्तित्व का सर्वांगीण विकास हो
- बालक का दार्शनिक व्यवस्थापन करना
- उपर्युक्त सभी
प्रश्न. शिक्षा दर्शन की उपयोगिता एवं महत्व है-
- शिक्षा दर्शन के माध्यम से शिक्षा की समस्याओं का दार्शनिक हल प्रस्तु किया जाता है
- शिक्षा दर्शन शिक्षा के सैद्धान्तिक एवं व्यावहारिक पक्ष को प्रस्तुत करता
- ( अ ) व ( ब )दोनों
- इनमें से कोई नहीं
प्रश्न. शिक्षा दर्शन की प्रकृति एवं विशेषताएँ हैं-
- शिक्षा दर्शन की प्रकृति दार्शनिक तथा वैज्ञानिक दोनों ही है
- शिक्षा दर्शन में दर्शन का सैद्धान्तिक पक्ष तथा शिक्षा का व्यावहारिक पक्ष होता है
- दर्शन प्रयोग सिद्ध नहीं बल्कि एक तर्क प्रधान शास्त्र है ।
- उपर्युक्त सभी
प्रश्न. " शिक्षा दर्शन , शिक्षा की समस्याओं के अध्ययन में दर्शन का प्रयोग है । " कथन है-
- हेन्डरसन का
- जॉन डीवी का
- हरर्बट स्पेन्सर का
- फिरटे का
इस प्रश्न का सही उत्तर क्या होगा कमेंट करके जरूर बताये।
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