मिक्सर ग्राइंडर क्या है? What is mixer grinder?

मिक्सर ग्राइंडर क्या है? What is mixer grinder?

रसोई के कार्य सरलीकरण उपकरणों में इसका महत्त्वपूर्ण स्थान है । गोला, सुखा मसाला, चटनी, दाल, चावल इत्यादि पीसने , लस्सी, मिल्कशेक बनाने, मक्खन निकालने की क्रियाओं में यह उपकरण समय तथा शक्ति दोनों को बचाता है । 


मिक्सर के सिद्धान्त ( principle of mixer )-

विद्युत संचालित मोटर के आधार पर बना वह यन्त्र है जो कि बल ( Force ) के सिद्धान्त पर काम करता है । मोटर चलने पर इसके ब्लेड तेज गति तथा बल ( Force ) से चलते हैं तथा मार्ग में आई चीजों को पीसकर फेंट कर रख देते हैं । 


मिक्सर ग्राइंडर की बनावट ( mixer grinder texture )

1. मोटर - यह मिक्सर के निचले भाग में होती है मोटर का सम्बन्ध एक ओर ढाँचे के । ऊपर बने कपलिंग से होता है , दूसरी ओर शू पाइण्ट से । प्लग वायर का स्विच चालू करने से विद्युत धारा प्रवाहित होती है मोटर चलने लगती है जिससे कपलिंग घूमते हैं कपलिंग से उस पर फिट जार घूमता है और जार घूमने से उसके ब्लेड घूमकर काम करते हैं ।


2. ग्राइण्डर ( Grinder ) -स्टील का बना होता है जो बैकलाइट में फिट होता है कई मिक्सर में यह बैकलाइट में फिट नहीं भी होता है । इसका प्रयोग सूखा मसाला पीसने के लिए करते हैं । इसके नीचे कपलिंग होता है । बीच में तेज धार वाले ब्लेड होते हैं । ऊपर ढक्कन होता है । 


3. धार ( Blender ) – यह गिलासनुमा अलग - अलग माप का जार पारदर्शी मजबूत विशेष प्रकार के प्लास्टिक का या स्टील का बना होता है । ऊपरी भाग में एक ढक्कन होता है । बीच में विपरीत दिशा में जुड़ा ब्लेडों का जोड़ा तथा नीचे की ओर कपलिंग होता है । 


4. डक्कन ( Lid ) हर जार , ग्राइण्डर जूसर के ऊपर पारदर्शक ढक्कन लगे होते हैं जो बैकलाइट के चूड़ीदार बने होते हैं । " 


5. ढाँचा — यह मिक्सर का वह भाग है जिसके अन्दर मोटर होती है यह बैकलाइट का बना होता है इसके ऊपर एक कपलिंग होता है । 


6. कपलिंग ( Cupling ) - ये चक्र के समान उभारदार प्लास्टिक के बने होते हैं । एक कपलिंग ढाँचे के ऊपरी हिस्से में होता है । ढांचे में मिक्सर के साथ व्यवस्थित करने के लिए दोनों के Cupling एक दूसरे में फैसाकर व्यवस्थित किये जाते हैं । 


7. ब्लेड – मिक्सर के हर भाग की उपयोगिता के अनुसार उसके मध्य 1 जोड़ी , 2 जोड़ी , 3 जोड़ी वाले ब्लेड लगे होते हैं । 


8. नियन्त्रक ( Regulator ) – यह ढाँचे में लगे होते हैं इसके द्वारा मिक्सर की गति नियन्त्रित की जाती है इस Knob पर नम्बर होते हैं जिससे गति नियन्त्रित करते हैं । 


9. पंखा ( Fan ) — मोटर के नीचे एक पंखा होता है जो उसे गर्म होने पर ठण्डा करता है । 


मिक्सर ग्राइंडर को प्रयुक्त करने की विधि —

जार, ग्राइण्डर में आवश्यक सामग्री डालकर उसे बन्द कर ढाँचे के ऊपरी कपलिंग में व्यवस्थित कर जब सही ढंग से व्यवस्थित हो जाये तो मिक्सर चलायें पहले गति कम रखें धीरे - धीरे गति तेज करें । 


मिक्सर ग्राइंडर के दोष -

1 . मोटर जल जाना । 


कारण-

( 1 ) मशीन में पानी जाने से । 

( 2 ) जार का जरूरत से ज्यादा भरना या जार में प्रयुक्त मिश्रण गाढ़ा होने पर । 

( 3 ) वोल्टेज में जल्दी - जल्दी परिवर्तन होने पर । 

( 4 ) निर्धारित समय से अधिक समय तक लगातार चलाना । 


मरम्मत

( 1 ) मशीन या Mixer को पानी से दूर रखें । 

( 2 ) मिश्रण गाढ़ा होने पर थोड़ा पानी डालें । 

( 3 ) जार 3/4 भाग तक ही भरें । 

( 4 ) विद्युत धागा में गड़बड़ी होने पर मिक्सर न चलायें । 

( 5 ) निर्धारित समय तक काम पूरा न हो तो बीच में बन्द कर फिर चला दें । निर्धारित सीमा निर्धारण से अधिक समय तक एक साथ न चलायें । 


2. मिक्सर का न चलना- 

( 1 ) मोटर खराब होना । 

( 2 ) कपलिंग व्यवस्थित न होने पर । 

( 3 ) मिश्रण मोटा तथा गाढ़ा होने पर । 

( 4 ) ब्लेड गन्दे होने पर 

( 5 ) कड़े मोटे पदार्थ पीसना । 

( 6 ) बड़े - बड़े टुकड़े वाले पदार्थ डालना । 


मिक्सर ग्राइंडर की मरम्मत–

( 1 ) मोटर ठीक करवायें ।

( 2 ) कपलिंग ठीक से व्यवस्थित करें ।

( 3 ) पिसने वाला मिश्रण सूखा तथा गाढ़ा न हो ।

( 4 ) ब्लेड साफ करें ।

( 5 ) कड़े मोटे पदार्थ न पीसें । 


मिक्सर ग्राइंडर की सफाई – 

( 1 ) मिक्सर का प्रयोग करने के बाद जार , ग्राइण्डर , जूसर जो भी भाग प्रयोग किया है उसे हल्के गुनगुने पानी से साफ करें । जार में थोड़ा पानी तथा साबुन पाउडर डालकर मिक्सर चला लें फिर उसे साफ कर कपड़े से पोंछकर सुखा लें । ढाँचे के ऊपरी भाग जहाँ कपलिंग है वहाँ तरल पदार्थ गिरने से उसे भी सूखे कपड़े से पोंछ लें । 

( 2 ) ढाँचे को गीले कपड़े से पोंछकर साफ करें दाग आदि पड़ जाने पर सोडे या क्लीनर से रगड़कर साफ कर लें । 

मिक्सर ग्राइंडर क्या है? What is mixer grinder?
सावधानियाँ– 

( 1 ) गीले भोज्य पदार्थ ब्लेण्डर में सूखे ग्राइण्डर में पीसें । 
( 2 ) पीसते समय 3/4 भाग से ज्यादा पदार्थ न डालें । 
( 3 ) गीली वस्तु पीसते समय मिश्रण गाढ़ा न रखें । 
( 4 ) गर्म चौजें डालकर न पीसें । 
( 5 ) हल्दी के टुकड़े छोटे कर लें तब पीसें । 
( 6 ) पीसते समय जार न खोलें न ही उसमें हाथ या चम्मच डालें । 
( 7 ) मिक्सर को रेटिंग ( निर्धारित समय सीमा ) से अधिक न पोसते समय मिक्सर 2 मिनट से अधिक एक साथ न चलायें अन्यथा शक्कर पिघलने लगेगी । चलायें यदि काम न हुआ हो तो 15-20 सेकण्ड के लिये बन्द करें फिर चलायें । 
( 8 ) शक्कर
( १ ) जार तथा ढाँचें के कपलिंग व्यवस्थित हो जाने पर ही स्विच ऑन करें । 
( 10 ) खाली मिक्सर न चलायें । 
( 11 ) विद्युत प्रवाह दबाव कम - अधिक होने पर मिक्सर न चलायें । 
( 12 ) प्रयोग के बाद धोकर साफ कर सुखाकर रखें । 
( 13 ) ध्यान रखें कि मोटर में पानी न गिरे । 
( 14 ) मोटर की

चालू अवस्था में कोई वस्तु जार में न डाली जाये न निकाली जाये इसके लिए पहले मोटर बन्द करें क्योंकि ढक्कन खोलने पर मशीन के बल से तेजी से घूमने वाले ब्लेड भीतरी समान बाहर फेकेंगे क्योंकि ढक्कन इन्हें बाहर आने से रोकता है । यदि जार में सामग्री कम है तो वह शायद बाहर उछले पर चोट लग सकती है क्योंकि ब्लेड की गति बहुत तेज होती है ।


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