एपीडायस्कोप (Epidiascope) क्या होता है?
एपीडायस्कोप शब्द दो शब्दों से मिलकर बना है- (1) Episcope तथा (2) Discope. एपीस्कोप का अर्थ है अपारदर्शक वस्तु का पर्दे पर बहुत साफ प्रक्षेपण। डायस्कोप से अभिप्राय है स्लाइड का प्रक्षेपण। एपीडायस्कोप के माध्यम से पारदर्शक तथा अपारदर्शक दोनों तरह की वस्तुओं की छवि (Image) पर्दे पर प्रक्षेपित की जाती है।
इसके द्वारा जो भी चित्र या विवरण दिखाया जाता है, वह जिस प्रकार का होगा जिस रंग का होगा वह बिल्कुल वैसा ही दिखायी देता है।
इसमें पुस्तक की डायग्राम आदि को बड़ा करके दिखाया जा सकता है तथा चार्ट आदि बनाने में भी इसका प्रयोग किया जाता है।
एपीडायस्कोप के प्रयोग के समय निम्न बातों पर शिक्षक को ध्यान देना चाहिए-
1. जिस स्थान पर एपीडायस्कोप का प्रयोग किया जा रहा है वहाँ पूर्ण अन्धकार होना चाहिए।
2. जिन वस्तुओं का प्रक्षेपण किया जा रहा है उन्हें अधिक देर तक लैम्प के हैड पर नहीं रखना चाहिए।
2. जिन वस्तुओं का प्रक्षेपण किया जा रहा है उन्हें अधिक देर तक लैम्प के हैड पर नहीं रखना चाहिए।
एपीडायस्कोप का शैक्षिक उपयोग
कक्षा-शिक्षण की दृष्टि से एपीडाइस्कोप एक काफी उपयोगी दृश्य उपकरण है। इसके शैक्षिक उपयोग संक्षेप में निम्न प्रकार हैं-1. केवल यही एक ऐसा उपकरण है, जिससे पारदर्शक तथा अपारदर्शक दोनों ही प्रकार की दृश्य सामग्री को पर्दे पर आसानी से प्रक्षेपित किया जा सकता है।
2. आवश्यकतानुसार इसे एपीस्कोप या डाइस्कोप किसी भी तरह प्रयोग में लाया जा सकता है।
3. चित्र आदि का प्रक्षेपण पर्दे पर स्थिर होता है। अत: कितने ही समय तक तथा किसी भी समय आवश्यकतानुसार किसी भी चित्रात्मक सामग्री को बड़ा करके पर्दे पर दिखाया जा सकता है। .
4. सामाजिक अध्ययन, इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र तथा विज्ञान आदि स्कूल विषयों को पढ़ाने में आवश्यक नमूनों, मॉडल आदि को पर्दे पर आसानी से बड़ा करके दिखाने में भी यह उपकरण काफी उपयोगी सिद्ध होता है।
5. सजीव पदार्थों, जैसे-अमीबा तथा अन्य कीट-पतंगों, जीव-जन्तुओं, पेड़-पौधों आदि के सूक्ष्म भागों आदि को बड़ा करके पर्दे पर दिखाने के कार्य में यह पर्याप्त सहायता करता है।
6. किसी भी प्रक्रिया (Process) का क्रमिक विकास, जैसे-मेंढक, तितली, मक्खी, मच्छर की जीवन-लीला, बीजों का अंकुरण आदि को प्रदर्शित करने के लिए एपीडाइस्कोप द्वारा दिखाये जाने वाली स्लाइडें महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
7. ज्यामिति आरेख बनाने, मानचित्रों के खाका आदि तैयार करने तथा आसानी से न खींचे जा सकने वाले चित्र आदि को निर्मित करने में इसका एपीस्कोप भाग पर्याप्त सहायता कर सकता है। पुस्तकों या अन्य मुद्रित सामग्री तथा कलाकारों द्वारा चित्रित सामग्री को सीधे ही (बिना स्लाइड बनाये) पर्दे पर लगी हुई कागज, ड्राइंग पेपर, चार्ट पेपर आदि की शीट पर प्रक्षेपित कर मानचित्र, आरेख, ग्राफ आदि चित्रात्मक सामग्री का निर्माण आसानी से किया जा सकता है।
इस प्रकार एपीडायस्कोप विद्यालय पाठ्यक्रम के सभी विषयों तथा प्रकरणों में निहित पाठ्य-वस्तु को सहज, सरल, रोचक तथा आकर्षक ढंग से प्रस्तुत करने में बहुत ही प्रभावपूर्ण भूमिका निभा सकने की क्षमता रखता है।
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