मानव और पर्यावरण के बीच संबंध - Questionpurs

मानव और पर्यावरण के बीच संबंध - Relationship between humans and the environment


व्यक्ति का पर्यावरण से सीधा सम्बन्ध होता है। मनोवैज्ञानिक मान्यता है कि- व्यक्ति आनुवंशिकता एवं वातावरण का गुणनफल है।


मनुष्य की प्राकृतिक पर्यावरण के साथ दो तरफा भूमिका होती है, अर्थात् मनुष्य एक तरफ तो पर्यावरण के जैविक संघटक का एक महत्वपूर्ण भाग तथा घटक है, तो दूसरी तरफ वह पर्यावरण का एक महत्वपूर्ण कारक भी है।


इस प्रकार मनुष्य पर्यावरण तन्त्र को हैसियत से विभिन्न रूपों में प्रभावित करता है। व्यक्ति के पर्यावरणीय सम्बन्ध को निम्नलिखित रूपों में समझा जा सकता है


1. प्रकृति के दास के रूप में

व्यक्ति के सभी प्राकृतिक गुण, जैसे- जन्म, वृद्धि, स्वास्थ्य, मृत्यु आदि पर्यावरण द्वारा उसी प्रकार प्रभावित तथा नियन्त्रित होते हैं, जैसे पर्यावरण के अन्य जीवों के प्राकृतिक गुण प्रभावित तथा नियन्त्रित होते हैं।


2. प्रकृति के एक अंग के रूप में

इस दृष्टिकोण के अनुसार जीव-जन्तु पेड़-पौधे आदि की तरह व्यक्ति की प्रकृति का एक अंग है। प्रकृति के जैवघटक का एक सदस्य होने के कारण मनुष्य की उत्पत्ति के समय से ही उसके तथा पर्यावरण के बीच अन्तक्रिया होती आ रही है, और दोनों एक-दूसरे से प्रभावित होते रहे हैं।


3. प्रकृति के स्वामी के रूप में

बौद्धिक क्षमता के उत्तरोत्तर विकास तथा सभ्यता के क्रमिक सोपान बढ़ने के साथ-साथ प्रकृति पर मनुष्य का वर्चस्व क्रमशः बढ़ता गया। चूंकि मनुष्य अन्य प्राणियों की तुलना में शारीरिक एवं मानसिक स्तर पर सर्वाधिक विकसित प्राणी है|


इसी कारण वह प्रकृति को बड़े स्तर पर परिवर्तित करके अपने अनुकूल बनाने में समर्थ हो गया है। जो मानव प्रारम्भ में प्रकृति का एक महत्वपूर्ण अंग तथा साझीदार था, वही आगे चलकर प्रकृति का स्वामी बन बैठा।

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