Soft Diet: कोमल आहार या नरम आहार
कोमल या नरम आहार का अर्थ (Meaning of soft diet)
मुलायम आहार तथा साधारण आहार में सिर्फ यही अन्तर होता है कि मुलायम आहार उन लोगों के लिये होता है जो कि भोजन आसानी से चबा नहीं सकते तथा तीव्र संक्रामक रोगों व आमाशय व आँतों से सम्बन्धित रोग या ऑपरेशन के बाद। इस आहार व्यवस्था में रेशे युक्त भोज्य पदार्थों की मात्रा कम होती है। सभी भोज्य पदार्थ अच्छी तरह पकाये जाते हैं एवं वे बनावट में मुलाम होने चाहिए।
मुलायम आहार में परिवर्तन करते समय निम्नलिखित बातें ध्यान में रखना पड़ता है-
1. माँस तथा पक्षी के माँस को एकदम महीन टुकड़ों या पीसे हुए रूप में दिया जाता है ताकि पकाते समय एकदम गल जाय। मछली पकाते समय आसानी से गल जाती है अतः उसके साथ किसी भी प्रकार की क्रिया पहले से नहीं करनी पड़ती।
2. सभी सब्जियों महीन काटकर या कद्दूकस करके पकानी चाहिए। आलू उबाल कर मसल कर देना चाहिए।
3. कच्ची सब्जियों में टमाटर महीन-महीन काटकर, सलाद पत्ते तथा पत्तागोभी कद्दू कस करके देना चाहिए।
4. पके हुए मुलायम फल केला, सेब, सन्तरा।
5. ब्रेड, खिचड़ी, मुलायम रोटी, दलिया, घुटी दाल।
6. केक, कस्टर्ड, पुडिंग, खीर आदि भी दी जा सकती है।