Projected Teaching Aids: प्रक्षेपित शिक्षण सहायक सामग्रियां

प्रक्षेपित शिक्षण सहायक सामग्रियां ( Prakshepit Shikshan Sahaayak Saamagriyaan )

(क) श्यामपट्ट ( Blackboard )-

यह शिक्षण का महत्त्वपूर्ण साधन है, जिसके द्वारा सामाजिक विज्ञान का शिक्षक छात्रों की ज्ञानेन्द्रियों को एक साथ क्रियाशील बनाये रख सकता है। आधुनिक युग का श्यामपट्ट शिक्षक और छात्र दोनों की ही सम्पत्ति बन गया है।


इसका प्रयोग सारांश लिखने, रूपरेखा स्पष्ट करने में या किसी वस्तु के क्रम या व्यवस्था को स्पष्ट करने के लिए ग्राफ, चित्र, रेखाचित्र, चार्ट लाक्षणिक उदाहरण को प्रदर्शित करने के लिए पुनरावलोकन आदि के लिए किया जाता है।


श्यामपट्ट का उपयोग करते समय बहुत-सी बातों का ध्यान में रखा जाता है, जैसे- ऊपर से बायें कोने से लिखना, सीधी पंक्तियों में लिखना, महत्त्वपूर्ण बातों को ही लिखना, बड़े अक्षरों में तथा सफाई से लिखना आदि। रेखाचित्र या मानचित्र बनाने के पश्चात उनको संकेत के द्वारा छात्रों के ध्यान को केन्द्रित करना चाहिए।


(ख) मॉडल -

शिक्षक प्रायः वास्तविक पदार्थों के अभाव में उनकी प्रतिमूर्ति बनाकर प्रयोग में लाता है। ये प्रतिमूर्ति या नमूने मॉडल कहलाते हैं। इसके द्वारा आन्तरिक एवं बाह्य दोनों आकारों का सुक्ष्म ज्ञान प्रदान किया जाता है। मॉडलों के प्रयोग से छात्रों की रचनात्मक प्रवृत्ति की सन्तुष्टि होती है और वे स्वक्रिया द्वारा ज्ञान भी प्राप्त कर सकेंगे।


(ग) चित्र -

वास्तविक पदार्थों तथा मॉडल बनाने में समय तथा धन का बहुत उपयोग होता है। इसके अभाव में चित्र का प्रयोग किया जा सकता है, अतः सामाजिक विज्ञान शिक्षण में चित्र बहुत ही महत्त्वपूर्ण उपकरण है।


चित्र का प्रयोग शिक्षक बालकों को वास्तविक ज्ञान देने, रुचि तथा प्रयास को जागृत करने, कल्पना-शक्ति को उद्बुद्ध करने तथा ग्रहण-शक्ति को सहायता देने के लिए कर सकता है। इनके द्वारा छात्रों में विचार की शुद्धता, स्पष्टता तथा संगठन करने की शक्ति का विकास होता है।


(घ) चार्ट -

चार्ट वास्तविकता का ही प्रतिनिधित्व नहीं करते, बल्कि तथ्यों को लाक्षणिक रूप से प्रस्तुत करते हैं। इनके द्वारा नियमों तथा सम्बन्धों को स्पष्ट किया जाता है। सामाजिक विज्ञान शिक्षक इनका प्रयोग क्रियात्मक सम्बन्धों को स्पष्ट करने के लिए करता है, अतः चार्ट का महत्त्वपूर्ण स्थान है।


(ङ) रेखाचित्र -

इनके द्वारा किसी बात को संक्षिप्त रूप से प्रदर्शित किया जाता है तथा रेखाओं और प्रतीकों द्वारा सम्बन्ध स्थापित किया जाता है। सामाजिक विज्ञान में अधिकार तथा कर्तव्यों को रेखाकृति के द्वारा संक्षेप में प्रस्तुत किया जाता है।


(च) मानचित्र-

इसका सामाजिक विज्ञान एवं भूगोल के शिक्षण में महत्वपूर्ण स्थान है, जिसका मुख्म ध्येय राज्य सीमा को ज्ञान, स्थानों को स्थानापन करना, भौगोलिक सम्बन्धों को व्यष्ट करना आदि है।


(छ) फ्लैनल बोर्ड

इसको फैल्ट या अलैनलोघ्राफ भी कहते हैं। चित्रों को क्रम में प्रदर्शित करने तथा विचित्र व्यक्तियों या वस्तुओं की तुलना करने के लिए यह उपकरण बहुत उपयोगी है। इसका उपयोग प्रदर्शित सामग्री के विकासशील पक्षों को समझाने के लिए भी किया जाता है।


(ज) विज्ञप्ति पट-

इसका प्रयोग छात्रों के रचनात्मक कार्य को प्रदर्शित करने, सूचनाओं, समाचार-पत्र, पत्रिकाओं को प्रदर्शित करने आदि के लिए करते हैं। 

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