सामाजिक विज्ञान में मूल्यांकन के उद्देश्य || Objectives of Assessment in Social Sciences
(1) छात्र उन्नति में सहायक- इसके आधार पर ही किसी व्यक्ति या छात्र को अगले उन्नति के कक्ष में बढ़ाया जाता है।
(2) छात्रों का वर्गीकरण मूल्यांकन के आधार पर छात्रों की, वृद्धि के अनुसार वर्गीकरण कर उन्हें कार्य दिया जा सकता है। साथ ही उनकी शिक्षा व्यवस्था में मनोवैज्ञानिक रूप में परिवर्तन किया जा सकता है।
(3) पाठ्यक्रम में परिवर्तन पाठ्यक्रम में कौन-से अंश छात्रों के अनुकूल हैं तथा कौन से प्रतिकूल हैं? इस बात की जानकारी मूल्यांकन से ही सम्भव है। अतः पाठ्यक्रमों को घटाया-बढ़ाया जा सकता है।
(4) निर्देश इसके आधार पर छात्रों की रुचियों तथा योग्यताओं का पता लगाकर विषयों को पढ़ने के लिए निर्देशित किया जाता है।
यह निर्देश भी दो प्रकार का होता है-
(i) शैक्षिक तथा
(ii) व्यावसायिक। शिक्षण में शिक्षा के अन्तर्गत उसकी रुचियों के अनुकूल व्यवसाय चुनने का सुझाव दिया जाता है।
(5) वैधता - मूल्यांकन से ही छात्र की वैधता का पता चलता है।
(6) विश्वसनीयता - मूल्यांकन में पूर्णतः विश्वसनीयता होनी चाहिए।