सामाजिक विज्ञान में उपचारात्मक शिक्षण का महत्व || Importance of Remedial Teaching in Social Sciences

सामाजिक विज्ञान में उपचारात्मक शिक्षण का महत्व || Importance of Remedial Teaching in Social Sciences

उपचारात्मक शिक्षण के लाभ अध्ययन के दौरान उपचारात्मक शिक्षण प्रदान करने से निम्नलिखित लाभ होते हैं-

(1) छात्रों को विषय सामग्री का पूरा ज्ञान हो जाता है। 

(2) कठिनाइयाँ दूर हो जाती हैं।

(3) शिक्षण प्रक्रिया का प्रभाव बढ़ जाता है। 

(4) विद्यार्थियों में अध्ययन के प्रति लगाव उत्पन्न हो जाता है। 

(5) अध्यापक अपनी प्रवृत्तियों में परिवर्तन करने में सक्षम हो जाता है।


उपचारात्मक शिक्षण के उद्देश्य


1. छात्रों की मानसिक व बौद्धिक कठिनाइयों का समाधान करना।

2. अधिगम सम्बन्धी कठिनाइयों एवं बाधाओं का निराकरण करना।

3. शिक्षा सम्बन्धी गलत आदतों से छुटकारा दिलाना।

4. छात्रों के व्यक्तित्व का परिमार्जन करना।


वेदनायगम् ने उपचारात्मक शिक्षण के उद्देश्यों के सम्बन्ध में लिखा है, "उपचारात्मक शिक्षण का एक प्रमुख कार्य निम्न स्तरीय मूलभूत शिक्षण एवं अधिगम के दुष्परिणामों को दूर करना तथा उपचार करना है।"

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