सामाजिक विज्ञान क्लब का महत्व एवं संगठन || Importance and Organization of Social Science Club

सामाजिक विज्ञान क्लब का महत्व एवं संगठन || Importance and Organization of Social Science Club

क्लब का गठन अन्य सामाजिक क्लबों के समान सामाजिक क्लबों के गठन से पूर्व कुछ औपचारिकताओं पर निर्णय लेना आवश्यक होता है- 

(i) क्लब का नाम, 

(ii) क्लब के उद्देश्य, 

(iii) क्लब के नियम संविधान, 

(iv) क्लब की सदस्यता एवं अर्हताएँ, 

(v) सदस्यता शुल्क, 

(vi) क्लब की कार्यकारिणी तथा दायित्व, 

(vii) क्लब संरक्षक व उसकी भूमिका, 

(viii) क्लब संयोजक, 

(ix) क्लब की आर्थिक व्यवस्था, 

(x) क्लब की सभाएँ।


सामाजिक अध्ययन क्लब में सामान्यतः निम्नलिखित पदाधिकारी होते हैं-

(1) संरक्षक, 

(2) अध्यक्ष, 

(3) उपाध्यक्ष, 

(4) सचिव, 

(5) उप-सचिव, 

(6) कोषाध्यक्ष, 

(7) सामान्य सदस्य, 

(8) संयोजक ।


सामाजिक अध्ययन क्लब की उपादेयता


(1) सामाजिक अध्ययन क्लब विषय वस्तु सम्बन्धी सूचनाएँ एकत्र करने, उन्हें क्रमबद्ध करने तथा विचार-विमर्श करने की व्यवस्था बनाते हैं

(2) सामाजिक अध्ययन सम्बन्धी आवश्यक सामग्रियों का संग्रह, संग्रहालय का निर्माण चे क्लब का एक महत्त्वपूर्ण एवं उपयोगी क्रिया कलाप है।

(3) सामाजिक अध्ययन के अन्तर्गत विभिन्न सामाजिक विज्ञानों से सम्बन्धित होथी को प्रोत्साहित करने का प्रयास करना भी क्लब का एक महत्त्वपूर्ण कार्य है।

(4) छात्रों में सामाजिक अध्ययन में रुचि एवं चेतना विकसित करने की दिशा में सामाजिक अध्ययन क्लबों की उपादेयता एवं लोकप्रियता विज्ञान क्लबों के समान ही बढ़ती जा रही है।

(5) सामाजिक अध्ययन क्लब अनेक शैक्षिक क्रिया-क नापों का आयोजन कर अपनी उपादेयता स्थापित करता है, जैसे-विद्यालय/अन्तर्विद्यालय स्तरीय नि अन्ध लेखन व वाद-विवाद प्रतियोगिता पत्र-मित्रता, मंच, विचार-विनिमय मंच, व्याख्यान माला, पं'त्रका प्रकाशन तथा प्रदर्शनियों आदि का आयोजन।

#buttons=(Accept !) #days=(20)

Our website uses cookies to enhance your experience. Learn More
Accept !
To Top