भूगोल शिक्षण की आवश्यकता - The need for teaching geography
(i) भूगोल के अध्ययन से देश प्रेम की भावना जागृत होती है। भूगोल का ज्ञान इसलिए आवश्यक है कि हम अपने देश को पहचानने या उसकी जलवायु, जनसंख्या, बन्दरगाह, व्यवसाय और खनिज पदार्थों के बारे में जानें। तब हमें यह जानकारी हो जायेगी तब जो देश प्रेम की भावना जागृत होगी वह भावात्मक भी होगी और विवेक पूर्ण भी।
(ii) भूगोल के अध्ययन से एक प्रकार का मानसिक अनुशासन प्राप्त होता है जिससे मानसिक शक्तियों के विकास में सहायता मिलती है। प्रत्येक विषय एक प्रकार से विचारधारा पर नियन्त्रण और अनुशासन को देखकर व्यक्ति के बौद्धिक जीवन को प्रभावित करता है।
(iii) इस विषय के अध्ययन से जिस महान उद्देश्य की पूर्ति होती है वह है उस उत्तरदायित्व की जो मानवता के ऊपर निर्भर करती है। भूगोल पढ़कर हमें यह चेतना छात्रों को देनी चाहिए कि मनुष्य केवल अपनी परिस्थितियों का हास माना नहीं है, अपने स्वामी बनकर उन पर इच्छानुकूल शासन भी किया है और आज भी करता है वह अपनी बुद्धि के सहारे एक महान सभ्यता की रचना भी करता है।