समस्या - Problem
समस्या एक ऐसा समाधान योग्य प्रश्न होता है, जिसमें उससे सम्बन्धित दो या दो से अधिक प्रस्तावित चरों के वैज्ञानिक प्रकार्यात्मक सम्बन्धों को सामान्यतः ज्ञात किया जा सकता है।
समस्या की विशेषताएँ
एक वैज्ञानिक समस्या की निम्नलिखित विशेषतायें होती हैं-
1. समस्या समाधान योग्य होनी चाहिए-
समस्या निर्माण करते समय यह ध्यान रखना बाहिए कि समस्या समाधान योग्य होना चाहिए। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से केवल उन्हीं समस्याओं का अध्ययन किया जा सकता है, जिसका समाधान हो सकना सम्भव हो। ऐसी समस्याएं जिनका समाधान न हो सकता हो अथवा जिसके समाधान की आवश्यकता ही न हो, समस्या निर्माण के लिए बेकार होता है। जैसे- धार्मिक, दार्शनिक तथा आध्यात्मिक समस्या वैज्ञानिक अध्ययन के परिधि के बाहर रहती है, क्योंकि उनका संतोषजनक तथा वैज्ञानिक अध्ययन कभी भी सम्भव नहीं होता है।
2. समस्या परीक्षण योग्य होनी चाहिए-
समस्या का निर्माण करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि जो भी समस्या, अनुसंधानकर्ता चुन रहा है वह परीक्षणीय है कि नहीं। अनुसंधानकर्ता को ऐसी निर्माण नहीं करना चाहिए, जिसकी जांच ही न हो सके।
3. समस्या से सम्बन्धित प्रदत्त परिमाणात्मक होना चाहिए-
समस्या से सम्बन्धित प्रदेश परिमाणात्मक हो, इसके लिए आवश्यक है कि समस्या बोधगम्य और मापन क्षम हो। मापन योग्य समस्या से प्राप्त प्रदत्त भी परिमाणात्मक अवश्य होंगे। गुणात्मक प्रदत्तों को भी परिमाणात्मक रूप में ही प्रयुक्त किया जा सकता है।
4. समस्या इन्द्रियानुभविक होनी चाहिए-
समस्या को परिकल्पनाओं के माध्यम से प्रेक्षण योग्य बनाने के लिए यह आवश्यक है कि समस्या इन्द्रियानुभविक हों। इन्द्रियगम्य व्यवहार को ही मापन व वर्गीकरण सम्भव है इसलिए समस्या को तन्द्रियानुभविक अवश्य होना चाहिए।
5. समस्या का स्वरूप सीमाबद्ध होना चाहिए-
निष्कर्षों की विश्वसनीयता के लिए यह आवश्यक है कि समस्या अपनी सीमा स्वयं निर्धारित करे और तद्नुरूप अध्ययन विधि निर्मित की जा सके। अनुक्रिया के घटित होने की सीमा बना देना उसके सही अध्ययन के लिए आवश्यक है।