सामाजिक विज्ञान में इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र तथा नागरिकशास्त्र की क्या आवश्यकता है?

सामाजिक विज्ञान में इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र तथा नागरिकशास्त्र की क्या आवश्यकता है? ||Need of History, Geography, Economics and Civics in Social Sciences

सामाजिक अध्ययन की विषयवस्तु विभिन्न सामाजिक विज्ञानों से प्राप्त की जाती है। जिसके आधार पर छात्रों को सामाजिकता, नागरिकता, समायोजन एवं सह-सम्बन्धों का प्रशिक्षण प्राप्त होता है।सामाजिक अध्ययन के अन्तर्गत जिन सामाजिक विज्ञानों की विषय वस्तु सम्मिलित को गयी है, उनमें प्रमुख हैं- इतिहास, भूगोल, नागरिकशास्त्र एवं अर्थशास्त्र।


सामाजिक अध्ययन में इतिहास की आवश्यकता ( The need for history in social studies )


(1) इतिहास छात्रों को इस तध्य में अवगत कराता है कि हमारा समाज किस प्रकार अपने वर्तमान अस्तित्व एवं स्वरूप तक पहुँचा।

(2) हमारी धरोहर, जिसके हम उत्तराधिकारी है उसकी गुणवत्ता एवं स्तर का ज्ञान भी इतिहास से प्राप्त होता है।

(3) इतिहास छात्रों को ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक समस्याओं को समझने की अन्तर्दृष्टि तथा गुण विवेचन क्षमता प्रदान करता है।


भूगोल की आवश्यकता - Geography Requirement


(1) भूगोल भविष्य के कर्णधारों को विशाल विश्व के रंगमंच की विभिन्न परिस्थितियों को यथार्थपरक कल्पना करने की क्षमता प्रदान करता है।

(2) छात्रों में विभिन्न सामाजिक, राजनैतिक एवं पर्यावरणीय समस्याओं के प्रति उचित दृष्टिकोण भूगोल अध्ययन द्वारा सम्भव है।

(3) भूगोल व्यक्ति के दृष्टिकोण को प्रसारित करता है। उसे व्यापक एवं उदार बनाता है जिससे छात्रों में विश्व बन्धुत्व की भावना विकसित होती है।


अर्थशास्त्र की आवश्यकता - The need for Economics


(1) अर्थशास्त्र छात्रों को विभिन्न प्रकार की आर्थिक क्रियाओं से परिचित कराता है।

(2) समाज की आर्थिक संरचना का ज्ञान अर्थशास्त्र द्वारा प्राप्त होता है जिसके आधार पर व्यक्ति अपनी मूलभूत आवश्यकताओं को पूरा करने में सक्षम हो पायेंगे।

(3) विभिन्न व्यावसायिक सम्भावनाओं का ज्ञान भी अर्थशास्त्र द्वारा छात्रों को प्राप्त होता है। इस ज्ञान से छात्रों में जीविकोपार्जन एवं व्यवसायों के चयन की क्षमता विकसित होती है।

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