प्रायोगिक विशेषताएँ - Experimental Characteristics
प्रायोगिक अध्ययनों के आधार पर STM की मुख्यतः तीन विशेषताओं के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त हुई है, जो निम्नलिखित है:-
(1) अल्पकालिक स्मृति में धारण का शीघ्र हास-
पीटरसन तथा पीटरसन ने अपने प्रायोगिक अध्ययनों के आधार पर यह सिद्ध किया कि अधिगम के 12 सेकण्ड में ही अधिगम की गई सामग्री का 75% विस्मरण हो जाता है। 18 सेकण्ड के बाद यह हास 90% हो जाता है। अतः स्पष्ट है कि अधिगम के तुरन्त बाद विस्मरण तीव्र गति से होता है या धारण में ह्यस तीव्र गति से होता है।
(2) अल्पकालिक स्मृति तथा अधिगम की मात्रा
यह पहले स्पष्ट किया जा चुका है कि STM में एक बार अधिगम अथवा अनुभव की सामग्री होती है। अनेक प्रयोगात्मक अध्ययनों से यह सिद्ध हो चुका है कि अधिगम की मात्रा अथवा प्रयास यदि बढ़ा दिये जाते हैं तो STM का हास अधिगम की मात्रा अथवा प्रयासों के बढ़ने के साथ-साथ कम हो जाता है अर्थात् STM स्थायी और अधिक होती जाती है अथवा STM की प्रकृति में परिवर्तन STM को दिशा में होता है।
(3) अल्पकालिक स्मृति तथा अग्रोन्मुख और पृष्ठोन्मुख व्यतिकरण-
अग्रोन्मुख व्यतिकरण का अर्थ है कि जब एक अधिगम सामग्री के सीखने के बाद दूसरी अधिगम सामग्री सीखी जाय तो दूसरी अधिगम की सामग्री के सीखने में अधिगम सामग्री का ऐसा दुसरी अधिगम सामग्री सीखना कठिन हो जाय तो यह आगेन्मुख व्यतिकरण या बाधा है।
इसी प्रकार जब क और ख दो अधिगम सामग्री बारी-बारी से सीख ली जाय और फिर क अधि मामी का पुनः स्मरण कराया जाय और यह क अधिगम सामग्री का पुन स्मरण के कम हो जाय तो इस प्रकार की बाधा को पृष्ठोन्मुख व्यतिकरण कहेंगे। अनेक मनोवैज्ञानि ने अपने अध्ययनों के आधार पर यह सिद्ध किया कि अग्रोन्मुख व्यतिकरण से विस्तृति धारण प्रभावित होती है।