सामूहिक अन्वेषण प्रतिमान क्या है? || What is the collective exploration paradigm?

सामूहिक अन्वेषण प्रतिमान क्या है? || What is the collective exploration paradigm?

इस प्रतिमान के प्रतिपादक जॉन डीवी एवं किलपैट्रिक हैं। इसमें समाजीकरण को प्राथमिकता दी गयी है। इसमें कक्षा को एक लघु समाज माना जाता है जिसकी अपनी पृथक् सभ्यता एवं सामाजिक व्यवस्था होती है।


इसके अनुरूप छात्र व्यवहार करना सीखता है एवं समस्या निराकरण को विभिन्न विधियाँ सीखकर उनमें दक्षता प्राप्त करता है।

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