शिक्षण व्यूह से आप क्या समझते हैं? - What do you Understand by Teaching Strategy?
शिक्षण व्यूह का अर्थ- सामान्य अर्थों में पूर्व शिक्षण नियोजन ही शिक्षण रणनीति है। कॉलिन्स शब्दकोश के अनुसार "नीति विशाल सामरिक संचालन कला या विज्ञान है।" उपर्युक्त संदर्भों में यह स्पष्ट होता है कि रणनीति कार्य प्रणाली का ऐसा नियोजन है, जिसके माध्यम से लक्ष्यों को प्राप्ति सुगम हो जाती है।
वर्तमान समय में रणनीति शब्द का प्रयोग युद्ध या सैन्य गतिविधियों तक ही सीमित नहीं है, वरन् अब इसे सामाजिक एवं शैक्षिक क्षेत्रों में भी प्रयोग किया जाने लगा है। शिक्षण रणनीति को परिभाषित करते हुए आइवर के० डेविस लिखते हैं-"नीतियाँ व्यापक शिक्षण विधियाँ हैं।"
शिक्षण व्यूह की विशेषताएँ
शिक्षण व्यूह की विशेषता
(1) शिक्षण रणनीतियों का क्षेत्र व्यापक है।
(2) इसमें शिक्षण विधियां, रोतियाँ व युक्तियाँ सन्निहित हैं।
(3) व्यवहार परिवर्तन इसका मुख्य कार्य है।
(4) शिक्षण नीतियाँ किसी शिक्षण प्रतिमान की ओर संकेत करती हैं।
(5) शैक्षिक उद्देश्यों से इनका प्रत्यक्ष सम्बन्ध होता है।
(6) शिक्षण रणनीतियों का पूर्व निर्धारण शिक्षक की कार्य- कुशलता में वृद्धि कारक है।
(7) पूर्व शिक्षण नियोजन की कला ही शिक्षण नीति है।
(8) शिक्षण प्रक्रिया को इनके द्वारा वैज्ञानिक आधार प्राप्त होता है।
(9) शैक्षिक उद्देश्यों के आधार पर शैक्षिक रणनीतियों का चयन होता है।
शिक्षण व्यूह का महत्व( Importance of teaching strategy )
शिक्षण रणनीति का महत्व शिक्षण प्रक्रिया का केन्द्र बिन्दु हैं- छात्रों के व्यवहार में वांछित परिवर्तन प्राप्त करना। इस लक्ष्य की प्राप्ति में शिक्षण रणनीति की महत्त्वपूर्ण भूमिका है। परम्परागत परिप्रेक्ष्य में विषय-वस्तु के प्रस्तुतीकरण हेतु अध्यापक शिक्षण विधियों का प्रयोग करते हैं साथ ही प्रस्तुतीकरण को प्रभावशाली बनाने हेतु श्रव्य दृश्य सामग्री का भी प्रयोग किया जाता है।
शिक्षण विधियों के अन्तर्गत विषय वस्तु तथा उसके प्रस्तुतीकरण के तरीके को मुख्य स्थान दिया जाता है, जबकि शिक्षण रणनीति में व्यवहारगत परिवर्तन तथा अधिगम परिस्थितियों को प्रमुखता दी जाती है। इस दृष्टि से शिक्षण रणनीति का क्षेत्र शिक्षण विधियों की अपेक्षा व्यापक होने के कारण अधिक महत्त्वपूर्ण एवं उपयोगी है।
शिक्षण नीतियाँ कार्यप्रणाली का कुशल नियोजन है, जिसके माध्यम से शैक्षिक उद्देश्यों की प्राप्ति सरलता एवं सुविधापूर्वक हो पाती है।
शिक्षण रणनीति के अन्तर्गत शिक्षण से पूर्व नियोजन के द्वारा कुछ नीतियाँ निर्धारित कर ली जाती हैं, इन नीतियों के आधार पर ही अध्यापक छात्रों के सम्मुख विषय-वस्तु प्रस्तुत करता है तथा शिक्षण उद्देश्यों को प्राप्त करने में सफल होता है। यह पूर्व नियोजन ही शिक्षण प्रक्रिया तथा शिक्षक की सफलता का प्रमुख कारण है। इस प्रकार शिक्षण रणनीति प्रक्रिया की सफलता में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती है।