पाठ्य-पुस्तक विधि - Text-Book Method
पाठ्य-पुस्तक विधि सबसे अधिक प्रचलित विधि है। यह विधि पाठ्य-पुस्तक को आधार मानती है, जैसे कोई अन्य विधि किसी समस्या या योजना को आधार मानकर चलती है। इस विधि का प्रयोग भाषा शिक्षण में किया जाता है।
पाठ्य-पुस्तक विधि के लाभ बताइए-
पाठ्य-पुस्तक के निम्नलिखित लाभ हैं-
(1) इस विधि द्वारा शिक्षक निर्दिष्ट कार्य को पूरा करने में समर्थ होता है.
(2) अध्यापक को विषय सामग्री संबंधी तैयारी नहीं करनी पड़ती है.
(3) इस विधि के प्रयोग से भौगोलिक, ऐतिहासिक, सामाजिक, राजनैतिक, भौगोलिक संकेतों आदि को कंठस्थ कराया जा सकता है।
पाठ्य-पुस्तके विधि के दोष बताइए-
पाठ्य-पुस्तक विधि के दोष निम्नलिखित हैं-
(1) इसके अत्यधिक प्रयोग से शिक्षण-प्रक्रिया का उद्देश्य पूरा नहीं होता है।
(2) पाठ्य पुस्तक में भूल रहने की संभावना रहती है।
(3) पाठ्य-पुस्तक के प्रयोग से जहाँ स्मरण शक्ति का विकास अधिक होता है वहीं अन्य पक्षों का विकास नहीं हो पाता है।